मां के आगे हारा बेटे का काल, शव से लिपटकर कहती रही मां ‘उठ जा मेरे लाल’ और मृत बेटा हो गया ज़िंदा

आपने भी सुना होगा इंसान का जीना या मरना कोई नहीं बदल सकता, एक इंसान कब तक जियेगा ये सिर्फ ऊपर वाले के हाथ में है। आपने अक्सर सुना होगा लोग कहते है, जीवन और मरण दोनों ही ऊपर वाले के हाथ में है। इससे जुडी हुई कई सारी कहावते भी आपने सुनी होगी जैसे “जाको राखे साइयां मार सके न कोय”। इसका मतलब यह है की जिसके ऊपर जब तक भगवान का साया है उसे कुछ नहीं हो सकता।

आपने कई बार देखा होगा जीवन मरण के कई सारे चमत्कार देखने को मिलते है। आज ऐसा ही चमत्कार हम आपको बताने जा रहे है। यह चमत्कार हरियाणा के बहादुरगढ़ में देखने को मिला है। आपको जानकर हैरानी होगी यहाँ पर 7 साल का एक बच्चा मरने के बाद जिन्दा हो गया। उसके जिन्दा होने का अकारण उसकी दादी है। दरअसल उसकी दादी अपने पोते को आखरी बारे देखना चाहती थी और उनकी यही जिद उस बच्चे को अस्पताल ले गयी और वह फिर से जिन्दा होगया। यह घटना सभी तरह सुर्ख़ियों में है।



इस बच्चे का नाम कुनाल है और यह मात्र 7 साल का है। इसके पिता हितेश एक कपड़े की शॉप चलाते है। दरअसल कुछ समय पहले कुनाल को टाइफाइड हुआ था, जिसके चलते इसके घर वाले इसे अस्पताल ले जाया गया। लेकिन यहाँ के अस्पताल में कुनाल ठीक नहीं हुआ तब उसे दिल्ली ले जाया गया। दिल्ली में इलाज चलने के बाद भी कोई फर्क नहीं पड़ा और उसने दम तोड़ दिया और उनके परिजन उन्हें मृत समझ कर ले आये।

उनके परिवार में जब ये खबर फैली तो उनके परिजनों ने रोना धोना शुरू कर दिया और बहुत सारे रिश्तेदार भी एकत्र हो गए। यहाँ तक की बॉडी के लिए बर्फ का इंतजाम हो गया श्मशान घाट तक की तलाश शुरू हो गयी। जब कुनाल की माँ ने रोते हुए अपने बच्चे को पुकारा तो उस बच्चे की सांसे फिर से आगयी। जिस बच्चे दिल्ली के डॉक्टर्स ने मृत घोषित करके पैक करके उसके माँ बाप को सोप दिया था वह फिर से जिन्दा हो गया।



आपको जानकर हैरानी होगी की जब कुनाल की बॉडी को लाया गया तो यह तय हुआ की उसका अंतिम संस्कार उसके मामा के वहां से किया जायेगा, लेकिन कुनाल की दादी की अपने पोते का मुँह देखने की ज़िद के कारण उन्हें उनके घर ले जाया गया, अगर कुनाल को घर ना लेजाया जाता तो जब तक उनका अंतिम संस्कार हो चूका होता। सिर्फ कुनाल की दादी की ज़िद के कारण ही कुनाल बच गया।

जब बच्चे की माँ ने उसे रोते हुए आवाज दी तो उसकी बॉडी में हल चल दिखी और उस पैक किये हुए शव को खोला गया और बच्चे के मुँह को मुँह से साँस दी गयी। इस बिच बच्चा अपने पापा के होंठ पर काट खाया। फिर उसे अस्पताल ले जाया गया जहाँ डॉक्टर्स ने उसके 15 प्रतिशत बचने की सम्भावना बताई, लेकिन वह ठीक हो गया और अपने घर आगया। बच्चे के ठीक होने पर कुनाल के परिजन भगवान का शुक्रिया कर रहे है की उन्होंने उनके बेटे को एक नई जिंदगी दे दी।