12 अरब रुपयों को बैग में भरकर फरार हुए अफगानिस्तान के राष्ट्रपति, जाने छुपे हैं अशरफ गनी

अगर देश का नेतृत्व कमजोर हो तो उसकी क्या दुर्गति होती है, इसका सीधा उदाहरण अभी अफगानिस्तान में देखने को मिल रहा है. अफगानिस्तान पर तालिबान ने हमला कर दिया है और अब अफगानिस्तान का वजूद खतरे में है. तालिबान ने पूरी तरह से अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया है और वहां पर हालात अराजक और बेहद गंभीर बन गए हैं. सोशल मीडिया पर कई ऐसी तस्वीरें सामने आई है, जो दिल दहला देने वाली है. काबुल एयरपोर्ट पर तालिबानियों के आतंक के खिलाफ लोगों का डर साफ-साफ नजर आ रहा था.

लोग देश छोड़कर, अपना घर-बार छोड़कर, अपनी जमा-पूंजी सब छोड़ कर भागने को तैयार थे, क्योंकि उन्हें डर था कि तालिबानी आतंकी उनका जीना दुश्वार कर देंगे. उनकी जिंदगी नरक बना देंगे. जब देश में कोई अधिकार ही नहीं बचा, कोई नियम कानून ही नहीं बचा, तो फिर किस बुनियाद पर वह अपने अधिकार मांगेंगे. काबुल एयरपोर्ट पर हवाई जहाज पर लगी लोगों की भीड़ और उसके बाद उड़ते हुए हवाई जहाज के पहियों से लटके लोग उस भयावह मंजर को दुनिया के सामने रख रहे थे. उड़ते विमान से 3 लोगों की गिरने के बाद उनकी मौत की हो गई थी.



तालिबान ने अफगानिस्तान में अपनी सरकार बना ली. अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर भाग चुके हैं. अपनी जनता को मरता हुआ छोड़कर अपनी अपनी सारी दौलत को एक बैग में भरकर अशरफ गनी देश छोड़कर फरार हो गए. हालांकि कुछ लोगों ने बताया कि वह तुर्किस्तान गए हैं, लेकिन बाद में खबरें आई कि वह UAE में जा कर छुपे हुए हैं.



आपको बता दें कि संकट की इस घड़ी में जब देश को एक सफल नेतृत्व की बहुत जरूरत थी, एक ऐसे नेता की आवश्यकता थी, जो उन लोगों के अधिकारों की बात और उनके सुरक्षा की बुनियादी आवश्यकताओं को तालिबान की सरकार के सामने रख सकें. ऐसे में उस देश का चुना हुआ प्रतिनिधि देश छोड़कर फरार हो गया. इतना ही नहीं देश छोड़कर भागते समय गनी को सिर्फ अपने दौलत की चिंता थी. सरकारी खजाने से अशरफ गनी 12 अरब रुपए लेकर फरार हुए हैं.



हालांकि अशरफ गनी अब इस बात पर सफाई देते हुए भी दिखाई दे रहे हैं. हाल ही में अशरफ गनी ने एक वीडियो जारी कर अपनी तरफ से सफाई पेश की है. उन्होंने कहा है कि अपराध को रोकने के लिए उनका देश छोड़कर चला जाना ही बेहतर था. लेकिन वह जल्द ही अपने देश में वापस लौटेंगे. 12 अरब रूपये लेकर भागने वाले गनी ने सफाई दी है कि वो अपना जूता तक नहीं पहन सके थे. उन्होंने अपने ऊपर लगे सारे आरोपों को बेबुनियाद बताया है.



गौरतलब है कि पाकिस्तान में अफगानिस्तान के मौजूदा राजदूत मोहम्मद जहीर अघबार ने गनी परी आरोप लगाया था कि गनी अफगानिस्तान से भागते समय देश के सरकारी कोष से लगभग $17 करोड़ की चोरी करके भागे हैं. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय पुलिस द्वारा गनी को गिरफ्तार करने की भी बात कही है.