प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 अक्टूबर, 2020 को हिमाचल प्रदेश के रोहतांग दर्रे में अटल सुरंग (Atal Tunnel) का उद्घाटन किया था। लाहौल एवं स्पीति के पुलिस अधीक्षक मानव वर्मा ने बताया कि एक जनवरी को 24 घंटों में इस टनल से अभी तक सबसे अधिक संख्या में लोग निकलें। नए साल 2022 के पहले दिन इस सुरंग से 24 घंटों में टोटल 7,515 वाहन निकले। एक अनुमान के मुताबिक इन वाहनों के माध्यम से लगभग 60,000 से अधिक लोगों ने 1 जनवरी 2022 को टनल को पार किया।
10,000 फीट से ज्यादा की ऊंचाई पर बनी अटल सुरंग दुनिया की सबसे लंबी सुरंग है। ये 9.02 किमी लंबी, 10.5 मीटर चौड़ी और 5.52 मीटर ऊंची है। यह सुरंग लाहौल-स्पीति जिले के लाहौल और हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के मनाली को जोड़ता है। इस सुरंग की वजह से मनाली और लेह के बीच की दूरी 46 किमी कम हो जाती है।

टनल का निर्माण 2010 में शुरू हुआ था। इसे पूरा करने का लक्ष्य 2015 का था जो कि पूरा नहीं हो सका था। इस टनल को बनाने में देश के इंजीनियरों और मजदूरों को दस साल तक कड़ी मेहनत की। इसका निर्माण एफकॉन्स कंपनी ने किया है। सुरंग में कार की अधिकतम रफ्तार 80 किमी प्रतिघंटा तक रहती है।

सुरंग घोड़े के नाल के आकार की बनी है। इसमें मुख्य सुरंग के भीतर ही बचाव सुरंग भी बनी है। इस टनल के निर्माण में 1000 कर्मचारी, 150 इंजीनियर लगे। वहीं 14508 मीट्रिक टन स्टील और 237596 मीट्रिक टन सीमेंट का इस्तेमाल हुआ। इस दौरान 14 लाख क्यूविक मीटर्स मिट्टी भी खोदी गई।
इसके निर्माण में देरी की वजह 410 मीटर लंबा सेरी नाला था जिससे प्रत्येक सेकेंड 125 लीटर से अधिक पानी बहता था। इससे यहां काम करने में दिक्कत होती थी जिसके चलते इंजीनियरों को 410 मीटर की खुदाई करनी पड़ी जिसमें 3 साल से अधिक का समय लग गया।