एकसाथ उठी बहन की डोली और भाई की अर्थी, नजारा देख फूट-फूटकर रोया पूरा गांव

शादी खुशियों का दिन होता है। इस दिन दुल्हन की डोली उठती है। लेकन क्या होगा यदि इसी दिन किसी की अर्थी भी उठ जाए? बिहार की राजधानी पटना के दानापुर क्षेत्र में ऐसा ही कुछ हुआ। यहां एक तरफ बहन की डोली उठ रही थी तो दूसरी तरफ उसके भाई की अर्थी उठी।



राजकुमार राम ने अपन बेटी दीपरानी की 19 अप्रैल को शादी थी। बारात बिक्रम थाने के दादोपुर गांव से आनी थी। सभी बारात का इंतजार कर रहे थे। इस दौरान दुल्हन का 18 वर्षीय भाई रितेश कुमार स्कूटी लेकर कुछ काम से दुल्हिन बाजार चला गया।

जब भाई बाजार से लौटा तो उसका एक्सीडेंट हो गया। उसे कई गंभीर चोटें आई। लेकिन परिजन उसे हॉस्पिटल ले जाने की बजाय घर ले आए। यहां उसका एक ग्रामीण डॉक्टर ने घर पर ही इलाज किया। उधर बारात दरवाजे पर आ गई। दुखी मां बाप ने दिल पर पत्थर रखा और बारात के स्वागत में लग गए।



जैसे तैसे शादी की रस्में पूरी की गई। इधर दुल्हन 7 फेरे ले रही थी तो उधर भाई जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा था। फिर सुबह बहन की डोली उठ गई। इस बीच उसके भाई की तबीयत अधिक बिगड़ी। परिजन अब उसे पालीगंज अनुमंडल अस्पताल ले गए। यहां से उसे पीएमसीएच रेफर किया गया। हालांकि घरवाले उसे पालीगंज स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल ले गए। यहां इलाज के दौरान उसकी साँसे थम गई।



सुबह जिस घर से बहन की डोली उठी थी शाम को वहीं से भाई की अर्थी उठ गई। ये नजारा देख गांव के सभी लोगों की आँखें नम हो गई। दुल्हन और उसके मां बाप का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। परिवार की खुशियां अचानक मातम में बदल गई। जिसने भी ये नजारा देखा वह यही बोला कि भगवान ऐसा दुख किसी को न दे। जो भी हुआ बहुत बुरा हुआ।