गुमनामी की मौत मरे बॉलीवुड के ये दिग्गज, कोई मातम मनाने भी न आया…

बॉलीवुड को माया नगरी कहा जाता है. यहां जो दिखता है, जरूरी नहीं कि असल जिंदगी में हो. कई ऐसे बड़े सितारे हुए हैं, जिन्होंने अपनी एक अलग दुनिया बनाई है, लेकिन जिंदगी की आखिरी दौर में उनकी मौत बहुत दर्दनाक और अकेलेपन में हुई है. जिंदगी भर लाखों फैंस के बीच में रहने वाले कलाकार मरते समय ऐसे हालत में पहुंच जाते हैं, जहां कोई पूछने वाला भी नहीं होता. ना उनके पास उनके फैंस होते हैं, ना इलाज के लिए पैसे. आज हम आपको ऐसे ही कुछ सितारों के बारे में बताने वाले हैं, जिनके मौत पर कोई मातम मनाने तक नहीं पहुंचा.

मीना कुमारी



खूबसूरती के मामले में आज भी लोग मीना कुमारी का उदाहरण देते हैं. उनका असली नाम महजबीन था, जिन्हें बॉलीवुड में ट्रेजडी क्वीन के नाम से भी जाना जाता है. बेहद कम उम्र में लोकप्रियता हासिल करने वाली मीना कुमारी फिल्म पाकीजा के बाद कोमा में चली गई थी. उसके बाद लंबे समय तक रही बीमारी ने उनकी हालत को बद से बदतर कर दिया. आखिरी समय में इलाज के लिए उनके पास पैसे नहीं थे. सिर्फ 38 वर्ष की आयु में मीना कुमारी की मौत हो गई.

ए के हंगल



शोले फिल्म के उस किरदार को याद कीजिए और उनका एक जीवंत डायलॉग “इतना सन्नाटा क्यों है भाई” आज भी उतना ही फेमस है. बॉलीवुड फिल्मों में काम करने वाले ए के हंगल को 2006 में पद्म भूषण से सम्मानित किया जा चुका है. अपनी जिंदगी के आखरी समय तक ए के हंगल को हाई ब्लड प्रेशर और किडनी समेत कई बीमारियों का शिकार होना पड़ा. आखिरी समय में टूटे-फूटे घर में रहने वाले ए के हंगल की दयनीय स्थिति पर कुछ स्टार कलाकारों ने उनकी मदद भी की थी, लेकिन वह पर्याप्त ना हो सकी और आखिरकार उनकी मौत हो गई.

भगवान दादा



भगवान आभा जी पलव उर्फ भगवान दादा किसी जमाने में मजदूरी करके अपनी जिंदगी जिया करते थे. एक्टिंग के प्रति उनकी लगन ने उन्हें बॉलीवुड की तरफ खींचा था, जहां पर अपने किरदारों के बदौलत वो सफलता की सीढ़ियां लगातार चढ़ते चले गए. लेकिन कुछ समय के बाद किस्मत ने करवट बदली और उनकी फिल्में लगातार फ्लॉप होती चली गई. गरीबी ने ऐसा रूप दिखाया कि उन्हें अपने 25 कमरों वाला बंगला और अपने सात कारों को बेचना पड़ गया. आखिरकार हार्ट अटैक से उनकी मौत हो गई.

परवीन बॉबी



बॉलीवुड की सबसे खूबसूरत अदाकाराओं में गिनी जाने वाली परवीन बॉबी को कौन नहीं जानता. अमिताभ बच्चन के साथ परवीन बॉबी की जोड़ी को काफी पसंद किया गया था. हालांकि हृदय परिवर्तन की वजह से अपने कैरियर के पीक पर होने के बावजूद वह आध्यात्म की तलाश में अमेरिका चली गई. जब तक वो लौट के आई तो उनका वजन काफी बढ़ गया था और उनके शरीर में कई बीमारियों ने घर कर लिया था. मानसिक रूप से वह परेशान रहने लगी थी. इस बीच प्यार में भी उन्हें धोखा मिल गया था. जिंदगी में मानसिक तौर पर परेशान परवीन बॉबी की लाश एक दिन उनके फ्लैट में मिली थी,वह भी अचानक.

गीता कपूर



किस जमाने की सुपरहिट फिल्म पाकीजा से मशहूर हुई अभिनेत्री गीता कपूर की भी हालत उनके अंतिम दिनों में बहुत बुरी थी. पैसों की कमी की वजह से उनके अपने बच्चे आखिरी समय पर उन्हें हॉस्पिटल में छोड़कर भाग गए थे. बॉलीवुड के बड़े सितारों ने उनकी मदद के लिए हाथ बढ़ाया था और उनके इलाज के लिए पैसे दिए, हालांकि उनकी जान नहीं बचाई जा सकी.

अचला सचदेव



कभी खुशी कभी गम, दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे जैसी फिल्मों में दादी का किरदार निभा चुकी अचला सचदेव बॉलीवुड की कई फिल्मों में काम कर चुकी हैं. अपने पति की मौत के बाद 12 साल तक उन्हें पुणे के एक फ्लैट में रहना पड़ा था. एक दिन किचेन से पानी लाने के दौरान गिर जाने की वजह से उन्हें अस्पताल में एडमिट करवाया गया. इसके बाद उनके शरीर में कई सारी बीमारियों ने घर कर लिया. जब वह हॉस्पिटल से डिस्चार्ज हुई, तो उनके शरीर में खून का थक्का जम चुका था. इलाज के लिए पैसे नहीं थे, जिस कारण पुणे के अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली.

श्री वल्लभ व्यास



अगर आपने लगान फिल्म देखी है तो आपको गौरी की पिताजी यानी ईश्वर काका का रोल याद होगा. वल्लभ व्यास 2008 में शूटिंग के दौरान अपने होटल के बाथरूम में गिर गए थे. इससे उनके सर में काफी चोट आई थी. इलाज के दौरान पैसों की तंगी का सामना उन्हें भी करना पड़ा था और वह लंबे समय से बीमार रहने लगे थे. 2018 में लंबी बीमारी के चलते हैं उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया था.