कोविड का नया वेरिएंट ओमीक्रोन दुनियाभर में धूम मचा रहा है। ये वायरस अभी भी नया है इसलिए इस पर कम ही स्टडी हुई है। ये वयस्कों और बच्चों पर क्या प्रभाव डालेगा इसे लेकर स्थिति अभी स्पष्ट नहीं है। इस बीच इंग्लैंड के ब्रिस्टल में 9 साल के जैक मोरे नाम के लड़के का एक केस सभी को डरा रहा है। ओमीक्रोन से संक्रमित होने के एक हफ्ते बाद ही बच्चे की बाईं आंख की रोशनी जाने लगी। यहां तक कि वह अपनी आंखों की पलके भी नहीं झपका पा रहा था।
जैक की मां एंजला ने दूसरे पेरेंट्स को बेटे की स्टोरी साझा करते हुए चेतावनी दी है। मां ने बताया कि क्रिसमस पर घर में सभी को कोविड हो गया था। जैक भी इसके चपेटे में आ गया था। हमने जब कोविड टेस्ट कराया तो वह पॉजिटिव निकला। हालांकि कोरोना होने के एक सप्ताह में उसकी आंख में तेज दर्द होने लगा। वह सूज गई और उसकी रोशनी जाने लगी। पहले तो हमे लगा ये कंप्यूटर पर गेम खेलने की वजह से हुआ है, लेकिन अस्पताल ले जाने पर पता चल कि उसे ‘कोविड आई’ हुआ है। यह एक तरह से वायरस का रिएक्शन है।

बच्चे की आंख ऑर्बिटल सेल्युलाइटिस की वजह से पूरी तरह से बंद हो गई थी। यह वायरस से जुड़े एक स्किन संक्रमण के चलते हुआ। हॉस्पिटल में उसे बॉक्सिंग डे तक एंटीबायोटिक ड्रिप दी गई। अब बच्चा पूरी तरह ठीक हो गया है। इस केस ने अन्य पेरेंट्स की नींद उड़ा दी है। इसलिए आप भी बच्चों को जल्द से जल्द वैक्सीन लगवा ले और कोविड के नियमों का पालन करें।
