आवाज बदलना हो सकता है कैंसर का लक्षण, जाने कब जाना चाहिए डॉक्टर पास

‘कैंसर’ (Cancer) इस बीमारी का नाम सुनकर ही लोग घबरा जाते हैं। हालांकि यदि आप इस बीमारी के लक्षणों को शुरुआत में ही पता लगा लें और सही समय पर डॉक्टर से इलाज शुरू करवा दें तो कैंसर को मात दे सकते हैं। अधिकतर कैंसर की मौतें अंतिम समय पर बीमारी का पता चलने और इलाज में देरी से होती है। इसलिए लक्षणों को सही समय पर पहचानना बेहद जरूरी है।

कैंसर के लक्षण (Cancer Symptoms)

शरीर के मस्सों (moles) को हल्के में न लें। इसमें कुछ बदलाव दिखें, ये बड़े हो, खून आए या गाठ बने तो समझ जाओ कि ये कैंसर का संकेत हो सकता है। तंबाकू का अधिक सेवन करने वाले शख्स को यदि लगातार सिर दर्द हो रहा हो तो ये भी कैंसर (Cancer) का लक्षण हो सकता है।

यदि किसी को महीनों से खांसी बनी है। उसमें बलगम के साथ खून आ रहा है, वजन घट रहा है, आवाज में बदलाव हो रहा है तो ये फेफड़ों के कैंसर (Cancer) का लक्षण हो सकता है। शरीर में किसी गांठ का बनना, उसका लगातार बनना भी कैंसर का संकेत हो सकती है। इस स्थिति में गांठ को निकाल देना या दवाओं के जरिए खत्म कर देना सही हल है।

पेट में बहुत अधिक दर्द रहना, jaundice (पीलिया) होना, वजन कम होना इत्यादि भी कैंसर के लक्षण हैं। पेशाब करते समय बिना दर्द के खून आना, बिना किसी कारण के एनीमिया, हीमोग्लोबिन बढ़ना या मांसपेशियां कम-ज्यादा होना, अधिक लूज मोशन होना या स्टूल में खून जाना भी कैंसर का संकेत है।

इन सभी स्थिति में कैंसर स्पेशलिस्ट डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। कैंसर पहली स्टेज में पकड़ लिया जाए तो उसे जड़ से खत्म किया जा सकता है। दूसरे स्टेज में मुश्किलें आती हैं जबकि तीसरी स्टेज में इसका इलाज संभव नहीं होता है।