आखिरी वक़्त में इलाज के लिए भी नहीं थे “सज्जन सिंह” के पास पैसे, टीवी जगत के मशहूर कलाकार अनुपम श्याम का हुआ निधन

टेलीविजन की दुनिया में बहुचर्चित धारावाहिक प्रतिज्ञा में सज्जन सिंह का किरदार निभाने वाले अनूप श्याम का निधन हो गया एक लंबी बीमारी की वजह से अनूपम श्याम का निधन हो गया. उनके करीबियों ने बताया कि उनके अंगों ने काम करना बंद कर दिया था. इलाज के दौरान पैसों के अभाव में उन्हें और बेहतर इलाज नहीं मिल सका और 63 वर्ष की आयु में दिग्गज अभिनेता दुनिया को अलविदा कह गए.



अनूपम श्याम के इलाज के लिए कई लोगों ने मदद के हाथ भी बढाये थे, लेकिन वह काफी नहीं थे. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी मुख्यमंत्री कोष से 20 लाख रुपए की मदद की थी. इसके अलावा मनोज वाजपेई और सलमान खान की बहुचर्चित संस्था बीइंग ह्यूमन ने भी मदद के हाथ बढ़ाए थे. अभिनेता अनूपम श्याम के किडनी में इन्फेक्शन की बीमारी सबसे पहले सामने आई थी. इसका इलाज चल रहा था. पिछले साल नॉर्थ मुंबई के अपेक्स किडनी केयर में डायलेसिस भी चला, लेकिन तबीयत और बिगड़ जाने के बाद उन्हें गोरेगांव के लाइफलाइन अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां उनका इलाज चल रहा था.



अनुपम श्याम के करीबियों ने बताया कि पैसे के अभाव में उनका अच्छा इलाज नहीं हो पा रहा था. हालांकि मनोज वाजपेई ने कॉल भी किया था और मदद की बात कही थी. आपको बता दें कि मनोज वाजपेई और अनूपम श्याम एक साथ सत्या फिल्म में काम कर चुके हैं.

अनूपम श्याम के किरदार के बारे में आपको बताये तो उन्होंने कई फिल्मों में काम किया है, लेकिन उन्हें पहचान टीवी से ही मिली है. प्रतापगढ़ के स्कूल से शिक्षा प्राप्त करने के बाद लखनऊ के भारतेंदु नाट्य अकादमी में उन्होंने थिएटर की पढ़ाई की थी. उसके बाद श्री राम सेंटर रंगमंडल में वह काम करने लगे थे. अपनी अदाकारी को कोई मुकाम देने के लिए मंशा लेकर वह मुंबई पहुंचे थे, जहां उन्हें शुरुआती दौर में फिल्मों में छोटे-मोटे रोल मिलते रहे थे.



सबसे पहले अनूपम श्याम ने लिटिल बुद्धा के नाम से फिल्म में काम किया था. उसके बाद उन्हें धीरे-धीरे फिल्मों के ऑफर मिलते गए. उन्होंने बैंडिट क्वीन, स्लमडॉग मिलेनियर, हल्ला बोल, रक्तचरित और जय गंगा जैसी फिल्मों में काम किया. इसके अलावा टीवी सीरियल की दुनिया में मन की आवाज प्रतिज्ञा, कृष्णा चली लंदन और डोली अरमानों की में उनके किरदार दर्शकों के मस्तिष्क के भुलाए नहीं भूले जाते.

इस साल भी प्रतिज्ञा धारावाहिक के दूसरे सीजन की शुरुआत में उन्होंने काम करना शुरू किया था, लेकिन उनकी तबीयत काफी खराब होती चली जा रही थी. सूट खत्म होने के बाद वह हफ्ते में तीन बार डायलेसिस को जाया करते थे, जहां उनका इलाज चलता था. जब धन इतनी कमी होती चली गई तब उन्हें आगे अस्पताल में सही इलाज नहीं मिल सका और धन के अभाव में जिंदगी के आगे हार गए सज्जन सिंह.