हिंदू धर्म की सुहागिन महिलाएं अलग ही दिखती हैं। माथे पर सिंदूर, गले में मंगलसूत्र और पैर की उंगलियों में बिछिया उनकी सुंदरता में चार चांद लगा देती है। इन चीजों को शास्त्रों में भी एक सुहागिन महिला के लिए बेहद जरूरी माना गया है। बिछिया पहनने का भी अपना एक अलग महत्व है। यदि आप इसे पहनने में कोई गलती कर दे तो आपके पति की लाइफ में खतरे के बादल मंडरा सकते हैं।
बिछिया पहनते समय ये गलतियां न करें
1. आप चाहे कितने भी अमीर क्यों न हो, लेकिन पैरों में पहनी जाने वाली बिछिया कभी भी सोने की नहीं बनवानी चाहिए। सिर्फ बिछिया ही नहीं बल्कि पायल या अन्य कोई भी पैरों में पहनी जाने वाली चीज सोने की नहीं होनी चाहिए। पैरों में सिर्फ चांदी की चीजें पहनना ही शुभ होता है। वहीं पैर में सोना धारण करना अशुभ माना जाता है।
2. मंगलसूत्र की तरह बिछिया को भी सुहाग की निशानी माना जाता है। इसलिए इसे किसी दूसरी महिला को पहनने को न दें। वहीं किसी दूसरे की बिछिया भी अपने पैरों में न पहनें। यदि ऐसा किया तो पति की लाइफ में टेंशन बढ़ जाती है। वह आर्थिक तंगी का सामना करता है। उस पर कर्ज का बोझ आ जाता है।
3. पायल या बिछिया आवाज करने वाली नहीं पहनना चाहिए। आपको इनकी घुंघरुओं की मधुर आवाज अच्छी लगती होगी। लेकिन वास्तु के अनुसार इस तरह के गहने लाइफ में दिक्कतें पैदा कर सकते हैं। इसलिए आवाज नहीं करने वाले या बहुत कम आवाज करने वाले गहने ही पहनना चाहिए।
4. कुछ लोग पैर की सभी या एक से अधिक उंगलियों में बिछिया पहन लेते हैं। लेकिन आपको ये ध्यान रखना है कि असली महत्व पैर कि दूसरी उंगली (अंगूठे के पास वाली) का ही होता है। इसमें जरूर बिछिया पहने। इसके बाद बाकी उंगलियों में पहनना है या नहीं ये आपका निजी फैसला है।