गणपति के इन पांच मंदिरों की विशेषता जानकर दंग रह जायेंगे आप, सोने के शिखर से जगमगाता है आसमान

गणपति बप्पा मोरया जयकारों के साथ भगवान गणेश का 10 दिवसीय महापर्व शुरू हो चुका है. जैसा कि हम सभी को मालूम है गणेश महोत्सव यानी गणेश चतुर्थी का त्योहार पूरे देश में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है खासकर महाराष्ट्र में इस त्यौहार को मनाने का अलग ही उत्साह दिखता है. ऐसा माना जाता है किसी भी शुभ कार्य से पहले भगवान गणेश का पूजन ना हो तो उस काम में बाधा आती है. आज हम आपको गणपति देव के निवास स्थान यानी गणपति बप्पा के मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं. हम आपको बताने जा रहे हैं देश के उन पांच प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में जहां होती है गणपति की पूजा, और जुटती है श्रद्धालुओं की भारी भीड़.

उज्जैन का चिंतामण गणेश मंदिर



मध्य प्रदेश के उज्जैन में श्री गणेश भगवान का चिंतामण गणेश मंदिर विश्व प्रसिद्ध है. उज्जैन से 6 किलोमीटर दूर फतेहाबाद रेलवे लाइन की तरफ स्थित इस मंदिर का अपना ऐतिहासिक महत्व है. इस मंदिर की विशेषता यह है कि इसमें भगवान श्री गणेश के तीन रूप विराजमान है. इनके नाम है- चिंतामण गणेश, इच्छामण गणेश और सिद्धिविनायक. दूर-दूर से श्रद्धालु इस मंदिर में आते हैं और अपनी चिंता और समस्याओं को यही छोड़ कर चले जाते हैं. इस मंदिर की प्रतिमा जैसी अद्भुत और अलौकिक प्रतिमा पूरे देश में और कहीं नहीं है.

जयपुर का मोती डूंगरी गणेश मंदिर



पिंक सिटी जयपुर राजस्थान की राजधानी है, वहां स्थित मोती डूंगरी गणेश मंदिर हमेशा से लोगों के आकर्षण का केंद्र रहता है. यहां की मूर्ति काफी प्राचीन है और कहा जाता है कि यह मूर्ति 500 साल से भी ज्यादा पुरानी है. इस मूर्ति को राजा माधव सिंह की रानी के पैतृक गांव से मंगवाया गया था. नए सवारियो, वाहनों और अपने नए गाड़ियों की पूजा के लिए यह मंदिर बहुत मशहूर है.

इंदौर का खजराना गणेश मंदिर



मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में भगवान गणेश की बेहद खूबसूरत प्रतिमा युक्त एक मंदिर का निर्माण करवाया गया है, जिसका नाम है खजराना गणेश मंदिर. उज्जैन के चिंतामण मंदिर से मिलती इस मंदिर की बनावट रखी गई है. इस मंदिर का निर्माण होलकर वंश के महारानी अहिल्याबाई ने करवाया था. पौराणिक मान्यता के अनुसार एक पुजारी को भगवान गणेश की मूर्ति जमीन के अंदर दबे होने का सपना आया था. जहां खुदाई की गई, जिसमें भगवान गणेश की अलौकिक प्रतिमा मिली. जिसके बाद महारानी ने यहाँ मंदिर बनवाया.

मुंबई का सिद्धिविनायक मंदिर



महाराष्ट्र के मुंबई में सिद्धिविनायक मंदिर दुनिया में काफी लोकप्रिय है. इस मंदिर में चर्चित हस्तियों की आवागमन लगा रहता है. इस कारण यह मंदिर अक्सर सुर्खियों में रहता है. मुंबई के बड़े-बड़े फिल्म स्टार, उद्योगपति आए दिन इस मंदिर में आते रहते हैं और अपनी मनोकामनाएं और मन्नतें मांगते हैं. यह देश के सबसे अमीर मंदिरों में शामिल है. यह मंदिर 200 साल पुरानी है, और इसके शिखर पर साढ़े तीन किलो के सोने का कलश रखा हुआ है. अंदर की दीवारों पर भी सोने की परत चढ़ाई गई है जो बेहद अद्भुत लगती है.

पुणे का दगडू गणेश मंदिर



महाराष्ट्र के पुणे में स्थित गद्दा गोलू गणेश मंदिर 200 साल पुराना है इस मंदिर का पूरा नाम से हलवाई गणेश मंदिर भी है यहां के व्यापारी दगरू सेठ ने अपने बेटे की मृत्यु के बाद गुरु माधवनाथ महाराज के सलाह के बाद भगवान श्री गणेश के भव्य मंदिर का निर्माण करवाया था. इस मंदिर में मन्नत मांगने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं और अपनी मनोकामनाएं पूरी करते हैं.