दाह संस्कार के बाद पीछे मुड़कर क्यों नहीं देखते? देख लिया तो आत्मा क्या करती है? जाने सबकुछ

आप ने अक्सर सुना होगा कि दाह संस्कार के बाद लौटते समय पीछे मुड़कर नहीं देखना चाहिए। लेकिन क्या आप इसकी असली वजह जानते हैं? इसका जवाब गरुड़ पुराण में छिपा है। इस पुराण में मरने के बाद की प्रक्रिया का जिक्र पढ़ने को मिलता है। इसके अनुसार आत्मा अमर होती है। वह अपने जलते हुए शरीर को देखती है। उसे अपने शरीर से लगाव होता है। वह मृत शरीर में दोबारा प्रवेश करना चाहती है।

यदि आप दाह संस्कार के बाद पीछे मुड़कर देखते हैं तो आत्मा को ये संदेश मिलता है कि अभी भी किसी का उसके प्रति लगाव है। फिर उसके लिए अपने शरीर के मोह के बंधन से बाहर निकल पाना कठिन हो जाता है। वहीं एक मान्यता ये भी है कि आत्मा शरीर-दाह के बाद सगे- संबंधियों के पीछे आने लगती है। उसे दूसरे शरीर में प्रवेश करने का लालच होता है। इस स्थिति में यदि कोई पीछे मुड़कर देखता है तो आत्मा सोचती है कि उस शख्स को उससे लगाव है। फिर वह उसके शरीर में प्रवेश कर जाती है।

एक बार आत्मा शरीर में प्रवेश कर जाए तो फिर बहुत तंग करती है। आत्मा अक्सर दाह संस्कार के बाद बच्चों या कमजोर दिल वालों को टारगेट करती है। इसलिए ऐसे लोगों को दाह संस्कार में नहीं ले जाना चाहिए। यदि वे जाते भी हैं तो उन्हें लौटते समय सबसे आगे रखना चाहिए और पीछे मुड़कर देखने से मना करना चाहिए।