रेलवे स्टेशन की तरह दिखता है राजस्थान का ये सरकारी स्कूल, आप भी चौक जाएंगे

राजस्थान के रेत के धोरों के बीच रेल देखकर आप भी चौक जाएंगे दरअसल यह कोई असली ट्रैन नही बल्कि एक शिक्षक द्वारा किया गया नवाचार है। दूर से देखने पर ऐसा लग रहा है मानो ट्रैन आ रही हो लेकिन यह धनाऊ का सरकारी विद्यालय है। रेलवे स्टेशन की तरह नामकरण, खिड़कियां, डिब्बे और प्लेटफॉर्म बनाए गए है।



आप सोच रहे होंगे कि यह कोई ट्रेन है जिसमें स्कूल के बच्चे जा रहे हैं लेकिन हकीकत कुछ और है। असल में आपको जो तस्वीर नजर आ रही है वह एक बारगी देखने में कहीं से भी किसी स्कूल की क्लास तो नहीं ही लगती है। लेकिन यह हकीकत है राजस्थान के बाड़मेर जिले के सीमावर्ती धनाऊ के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय रामदेवजी का मंदिर श्रीरामवाला की है।



पश्चिम राजस्थान के सुदूर इलाकों में बसे गांवो के विद्यालयों में शिक्षकों और भौतिक संसाधनों का अक्सर अभाव रहता है। ऐसे में यहां के भामाशाह और शिक्षक मिलकर नवाचार करके विद्यालयों को आकर्षक बनाने के लिए पहल करते नजर आते है।



बाड़मेर जिला मुख्यालय से लगभग 100 किलोमीटर दूर धनाऊ के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य जबर सिंह चारण ने अनूठी पहल करते हुए विद्यालय को ट्रैन का लुक दिया गया है।



यह शैक्षणिक ट्रैन विद्यार्थियों के लिए कौतूहल का विषय बना हुआ है। रेलगाड़ी लुक में एक कमरा इंजन की तर्ज पर और 5 कमरों को डिब्बो की तर्ज पर तैयार किया गया है।

वर्तमान में विद्यालय में 350 विद्यार्थियों का नामांकन है और यहां 8 अध्यापक कार्यरत है। विद्यालय मैदान में दुब घास औल पौधों की एक वाटिका लगाई गई है जोकि विद्यालय की सुंदरता पर चार चांद लगा रही है।



विद्यालय के प्रधानाचार्य जबर सिंह चारण बताते है कि विद्यालय को ट्रैन का लुक दिया गया है जो कि रेत के धोरों के बीच आकर्षण का केंद्र बन गया है।