7000 करोड़ का कर्ज देख पति ने किया सुसाइड, पत्नी ने नहीं मानी हार, ऐसे चुका रही पाई-पाई

CCD यानि कैफे कॉफी डे (Coffee Day Global Limited) युवाओं के बीच बड़ा फेमस है। अधिकतर लोग यहीं खाना-पीना पसंद करते हैं। जुलाई 2019 में कैफे कॉफी डे को उस समय गहरा झटका लगा था जब कंपनी के संस्थापक वीजी सिद्धार्थ ने आत्महत्या कर ली थी। कर्ज से परेशान होकर उन्होंने खुदखुशी का रास्ता चुना था।



सिद्धार्थ के आत्महत्या करते ही CCD का भविष्य और हजारों कर्मचारियों का रोजगार अंधकार में चला गया। सभी को लगा कि अब कंपनी बंद हो जाएगी। लेकिन फिर सिद्धार्थ की पत्नी और कर्नाटक के पूर्व सीएम एस एम कृष्णा की बेटी मालविका हेगड़े फरिश्ता बनकर आई।



पति की मौत, कंपनी पर 7000 करोड़ का कर्ज और हजारों कर्मचारियों की नौकरी जाने का खतरा, ये सब देखकर शुरुआत में मालविका पूरी तरह टूट गई थी। लेकिन फिर उन्होंने खुद को संभाला और हिम्मत न हारते हुए पति के सपने (CCD) को बचाने की ठान ली।



मालविका ने एक इंटरव्यू में कहा था “हिम्मत हारने का मतलब था विजय माल्या और नीरव मोदी की तरह कर्ज न चुकाकर भगोड़ा बन जाए। या फिर पति की तरह आत्महत्या कर जीवन से मुक्ति पा ले। लेकिन मालविका को ऐसी कायरता स्वीकार नहीं थी। उन्होंने कंपनी को बंद न होने देने, कर्मचारियों को सड़क पर न आने देने और कर्ज चुकाने की ठान ली।



मालविका की हिम्मत आखिर काम आई। इसमें कॉफी कैफे डे के कर्मचारियों ने भी उन्हें फुल सपोर्ट किया। वहीं कर्ज देने वाले बैंकों ने भी मालविका की हिम्मत देख उन्हें एक चांस और दिया। इसका नतीजा ये हुआ कि मालविका महज दो साल में 7000 करोड़ के कर्ज में से आधे से ज्यादा चुका दिया। वह बाकी का कर्ज भी जल्द चुका देंगी।



मालविका की हिम्मत और उपलब्धि अब कई महिलाओं के लिए मिसाल बन चुकी हैं। उन्होंने दुनिया को दिखला दिया कि पति की मौत अंत नहीं होती है। आप अकेले भी सभी चुनौतियों का सामना कर सकती हैं।