बड़े मियां तो बड़े मियां छोटे मियां सुभान अल्लाह. जी हां यह पंच लाइन फिल्म निर्माता निर्देशक विशाल भारद्वाज और उनके बेटे पर बिल्कुल सटीक बैठती है. विशाल भारद्वाज ने एक बेहद सुपरहिट फिल्म बनाई थी, उसका नाम था “कमीने”. तो अब उनके बेटे ने एक दूसरी फिल्म बनाई है. इसका नाम रखा है “कुत्ते”.
दर्शकों में इस बात को लेकर काफी उत्सुकता है कि क्या कुत्ते भी कमीने जैसी हिट होगी? आपको बता दें कि विशाल भारद्वाज के बेटे आसमान भारद्वाज ने सोमवार को इस फिल्म की घोषणा की. इस फिल्म में अर्जुन कपूर, नसरुद्दीन शाह, तब्बू, कुमुद मिश्रा, राधिका मदान, शार्दुल भारद्वाज, कोंकणा सेन शर्मा जैसे सुपरस्टार शामिल है. अपने चिर परिचित फिल्म को छोड़कर सामाजिक और पारिवारिक मुद्दों की तरफ छलांग लगाने वाले अभिनेता अर्जुन कपूर इस फिल्म में बतौर लीड एक्टर कास्ट किए गए हैं.

आपको बता दें कि विशाल भारद्वाज की फैमिली कलाकारों का एक सम्मिश्रण है, जिनके अपने अपने खास हुनर आज लोगों के बीच अपनी पहचान बना रहे हैं. विशाल भारद्वाज के पिता राम भारद्वाज का रिश्ता भी हिंदी फिल्मों से काफी पुराना रहा है. अपने पिता से सीख कर विशाल भारद्वाज ने बॉलीवुड में कदम रखा और फिर रेखा खन्ना जैसी मधुर आवाज की मल्लिका से शादी कर ली.

शुरुआत दूरदर्शन से हुई. विशाल दूरदर्शन के अलग-अलग धारावाहिकों में संगीत दिया करते थे, लेकिन गुलजार के साथ काम करते हुए एक फिल्म आई माचिस. इस सुपरहिट फिल्म ने विशाल को दुनिया भर में मशहूर कर दिया. विशाल को संगीत बनाने का बड़ा शौक है, लेकिन वह अपनी संगीत को अपने हिसाब से दूसरों की फिल्मों में नहीं डाल पाते थे, जिस कारण विशाल ने फिल्मों के क्षेत्र में निर्देशन का काम भी शुरू किया. ताकि वह अपनी फिल्मों में अपने पसंद का गाना बना सके और उसमें संगीत दे सकें.

फिल्म इंडस्ट्री में विशाल भारद्वाज के 20 साल पूरे हो चुके हैं. फिल्म मकड़ी से शुरू हुआ विशाल का निर्देशन करियर कुछ सालों से धीमा चल रहा है. हालांकि विशाल ने बेहद ही बेतरतीब विषयों को उठाने की कोशिश की है और अपने फिल्मों के माध्यम से उसे समाज के सामने रखा है. सात खून माफ, मटरू की बिजली का मंडोला, हैदर, रंगून और पटाखा जैसी फिल्में बनाने वाले विशाल भारद्वाज क्रिटिक के निशानों पर रहते हैं.
अब उनके बेटे आसमान भारद्वाज की फिल्म “कुत्ते” आ रही हैं देखना यह है कि दर्शक उनके साथ कितनी वफादारी से पेश आते है, या फिर फिल्म का हाल भी फिल्म के नाम जैसा ही होता है.