दोस्तों बॉलीवुड किसो से भरा पड़ा है| फिल्म इंडस्ट्री के कई इसे किस्से हैं जो सदाबहार हैं। ऐसे ही किस्सों की कड़ी में हम आपको एक ऐसा वाक्य सुनाने जा रहे हैं। जूस सालों से फिल्म प्रेमियों की जुबान पर रहता है| ये किसा जुदा हे बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन और दिवंगत दिगज अभिनेत्री श्रीदेवी से| इसी किसे की पृष्ठभूमि के बाद बॉलीवुड में एक ऐसी फिल्म बनी जो सुपर हिट साबित हुई और उस ज़माने में सबसे ज्यादा कमी की। ये वो वक्त था जब श्रीदेवी सुपरस्टार थी और उन्हें फिल्म इंडस्ट्री की फिमेल अमिताभ बच्चन बुलाया जाने लगा था।
उनके रहने भर से ही फिल्म हिट हो जाती थी। हिंदी फिल्मों में भी श्रीदेवी ने बतौर बाल कलाकार ही अभिनय शुरू किया था। उन्हें सबसे ज्यादा लोकप्रियता हिम्मतवाला से मिली और रातों-रात स्टार बन गई। इसके बाद फिल्म चांदनी ने श्रीदेवी को बॉलीवुड के सबसे मशहूर कलाकारों में शामिल कर दिया। इस फिल्म में ऋषि कपूर और विनोद खन्ना उनके साथ थे मुखिय किरदार में श्रीदेवी थी ये फिल्म सुपरहिट साबित हुई और तभी से श्रीदेवी को ईमेल अमिताभ बच्चन कहा जाने लगा।

वहीं श्रीदेवी ने अमिताभ के साथ काम करना बंद कर दिया था। उनका मानना था कि जिस फिल्म में अमिताभ हो उसमें दूसरे कलाकारों के पास करने के लिए क्या रह जाता है। चलिए बात करते है उस फिल्म की जीस फिल्म को करने के लिए अमिताभ बच्चन ने श्रीदेवी को मनाया था। दरअसल जब मुकुल आनंद अमिताभ बच्चन के पास फिल्म खुदा गवाह की स्क्रिप्ट लेकर पहुंचे तो अमिताभ ने कहा कि वह चाहते हैं कि इस फिल्म की हीरोइन श्रीदेवी हो। इससे पहले श्रीदेवी और अमिताभ बच्चन इंकलाब और आखिरी रास्ता फिल्म में साथ काम कर चुके थे। अमिताभ को यह पता था कि सुबह के साथ काम नहीं करेंगे। इसे में उनको ऐसा कुछ करना था जिसकी वजह से वह श्रीदेवी को अपने साथ फिल्म में काम करने के लिए मना सके।

ऐसा में अमिताभ बच्चन उसका एक हल निकाला। उस वक्त श्रीदेवी फिरोज खान के साथ एक गाने की शूटिंग कर रही थी। अमिताभ ने इस लोकेशन पर गुलाबों से भरा एक ट्रक भिजवाया। श्रीदेवी को पास बुलाकर ट्रक खाली कर दिया गया। इस तरह अमिताभ की तरकीब काम कर गई और श्रीदेवी उनके साथ फिल्म करने के लिए मान गई|

हालांकि उन्होंने एक की शर्त भी रखी जो यह थी कि वह इस फिल्म में डबल रोल करेंगी। श्रीदेवी इस फिल्म में मां और बेटी दोनों का किरदार निभाना चाहती थी। इस तरह वह पहली हीरोइन बनी जिन्होंने अमिताभ की फिल्म डबल रोल किया। अफगानिस्तान के मजार ए शरीफ इलाके में अमिताभ बच्चन और श्रीदेवी की फिल्म खुदा गवाह की शूटिंग हुई थी। इस फिल्म की शूटिंग के लिए अमिताभ बच्चन जब अफगानिस्तान पहुंचे थे तो वहां के तत्कालीन राष्ट्रपति नजीब उल्ला अहमदजई ने अमिताभ की खातिरदारी अपने निजी मेहमान की तरह की थी| नजीब उल्ला ने देश की लगभग आधी फोर्स अमिताभ बच्चन की सिक्योरिटी में तैनात कर दी थी।
खुदा गवा साल 1992 में रिलीज हुई थी| इसने सराउंड साउंड तकनीक का उपयोग करने वाली पहली भारतीय फिल्म के रूप में लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी नाम दर्ज कराया था| ये अफगानिस्तान के इतिहाश में सबसे ज्यादा देखी जाने वाली भारतीय फिल्मों में से एक है। इस फिल्म में डैनी भी थे। इस फिल्म में नागार्जुन से पहले संजय दत्त को कास्ट किया गया था और कुछ दृश्यों को फिल्माया भी जा चुका था। लेकिन कानूनी पचड़े में पड़ने के कारण संजय दत्त ने यह फिल्म छोड़ दी। फिल्म का संगीत लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ने दिया था। ये श्रीदेवी और अमिताभ बच्चन की एक साथ तीसरी फिल्म थी और उसे डायरेक्ट किया था मुकुल आनंदने तो दोस्तों यहां मैंने आपको फिल्म खुदा गवाह से जुड़ी कई रोचक बात बताई|