इडली अम्मा के लिए आगे आये आनंद महिंदा, दिया आलिशान तौफा

देश में बढ़ रही महंगाई और भुखमरी के बीच कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो समाज सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं. इस जोश के आगे ना तो उनका उम्र आड़े आता है और ना ही उनके काम करने का जज्बा. तमिलनाडु की कमलाथल अम्मा को शायद कुछ लोग जानते ही थे. 89 वर्ष की यह बूढी अम्मा आज भी लोगों को खाने की थाली में एक रुपए में इडली खिलाती है. इसलिए आसपास के लोग उन्हें इडली अम्मा के नाम से भी जानते हैं.



सबसे बड़ी बात यह है कि आधुनिक समय में भी कमलाथल अम्मा लकड़ी के चूल्हे पर इडली बनाती है और अपने ग्राहकों को मात्र ₹1 में बेच देती है. इटली अम्मा का सबसे बड़ा योगदान कोरोना के समय में रहा है. जब लॉकडाउन में सारा शहर बंद हो गया था और गरीबों की हालत खराब होने लगी थी, उस दौर में कमलाथल अम्मा ने ₹1 में इडली बेचना शुरू किया था और गरीबों को उन्होंने भरपूर खाना खिलाया था.



देखते ही देखते सोशल मीडिया पर कमलाथल अम्मा काफी वायरल हो गई और लोगों ने उनके इस प्रयास की काफी प्रशंसा की. कुछ लोगों ने अम्मा के किचन के लिए राशन भेजवाया आया तो कुछ लोगों ने आर्थिक मदद के भी प्रयास किये. वायरल होने के कुछ समय के बाद महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने अम्मा की मदद का हाथ बढ़ा दिया. उन्होंने फैसला किया कि वह कमलाथल अम्मा को एक नया घर दिलाएंगे.

आनंद महिंद्रा ने अम्मा की तारीफ करते हुए कहा कि वह अम्मा के कार्य में अपना निवेश करना चाहते हैं. आनंद महिंद्रा के इस ट्वीट के बाद अम्मा को पूरी दुनिया पहचाने लगी है और वह इटली अम्मा के नाम से पूरे दुनिया में जानी जाने लगी है. महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन ने कहा कि रियल एस्टेट ऑफ़ इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट ब्रांच महिंद्रा लिफेस्पेस द्वारा जल्द ही घर का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा.



अम्मा से जब पूछा गया कि वह एक रूपये में इडली क्यों खिलाती हैं, तो उन्होंने कहा कि चेन्नई में बहुत सारे मजदूर गरीब काम करने आते हैं. वह उन गरीबों को भूखे सोता नहीं देख सकती. आपको बता दें कि इसके पहले भी एक बार आनंद महिंद्रा ने अम्मा को एलपीजी कनेक्शन दिलवाने में उनकी मदद की थी. हाल ही में उन्होंने ट्वीट करके बताया कि अम्मा के नाम पर जमीन की रजिस्ट्री भी हो चुकी है. बहुत जल्द अम्मा के लिए एक नये घर का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा.