धरती पर आज भी जिंदा है शिवजी के ये 2 अवतार, जाने कहां हैं और कैसे दिखते हैं

कहते हैं जब धरती पर बुराइयां बढ़ जाती है तो उसका नाश करने भगवान अवतार लेकर प्रकट होते हैं। भगवान विष्‍णु और भगवान शिव ने भी धरती पर कई अवतार लिए। शास्‍त्रों की माने तो भगवान विष्‍णु कलियुग में कल्कि अवतार लेंगे। वहीं शिवजी के दो अवतार आज भी धरती पर मौजूद हैं।

पहले अवतार – भगवान हनुमान



वानरराज केसरी की पत्‍नी अंजनी की कोख से जन्मे हनुमान को शिवजी का रूप माना जाता है। सीता हरण के बाद हनुमान सात समुद्र पारकर लंका गए थे। यहां हनुमान की भक्ति से प्रसन्न होकर माता सीता ने उन्हें अमरता का वरदान दिया था। कहते हैं कि हनुमान जी आज भी धरती पर कहीं मौजूद हैं और राम भक्ति में लीन हैं।

दूसरा अवतार – अश्‍वत्‍थामा



अश्‍वत्‍थामा महाभारत काल के योद्धा हैं। शिव भक्त द्रोणाचार्य ने घोर तपस्या कर शिवजी से से वरदान मांगा था कि वे उनके घर पुत्र बनकर जन्म लें। इसके बाद शिवजी ने सवन्तिक रूद्र के अंश से अश्वत्थामा के रूप में जन्म लिया था।

महाभारत युद्ध में जब कौरव हार गए तो अश्वत्थामा ने रात को सोते समय पांडवो के पांचों पुत्रो की हत्‍या कर दी। उन्होंने ब्रह्मास्त्र का इस्तेमाल कर उत्तरा के गर्भ को भी समाप्त कर दिया। इससे नाराज होकर भगवान श्री कृष्ण ने अश्वत्थामा को श्राप दे दिया। उन्होंने कहा कि तू चिरकाल तक धरती पर जिंदा रहेगा और भटकता रहेगा।