कहते हैं धरती पर जब-जब पाप का घड़ा भरता है तो भगवान अवतार लेकर पापियों का नाश करते हैं। शास्त्रों के अनुसार भगवान विष्णु अभी तक 23 अवतार ले चुके हैं। उनका एक अवतार अभी शेष है। वे ये अवतार कलयुग में लेंगे। ऋग्वेद के मुताबिक 4 युग सतयुग, त्रेतायुग, द्वापरयुग और कलियुग होते हैं। अभी कलियुग ही चल रहा है।
इस तिथि पर जन्म लेंगे भगवान विष्णु
पुराणों के अनुसार भगवान विष्णु का यह 24वां अवतार कलयुग और सतयुग के संधि काल में होगा। मतलब जब कलियुग खत्म हो रहा होगा और सतयुग का प्रारंभ होने वाला होगा। इस दौरान सावन महीने के शुक्लपक्ष की पंचमी तिथि पर श्रीहरी विष्णु प्रकट होंगे। इसलिए प्रत्येक वर्ष इस तिथि पर कल्कि जयंती मनाई जाती है।
पुराणों के अनुसार जब भगवान कल्कि के रूप में जन्म लेंगे तब गुरु, सूर्य और चंद्रमा एक साथ पुष्य नक्षत्र में होंगे। भगवान के जन्म से ही सतयुग का प्रारंभ होगा। दरअसल कलियुग की शुरुआत भगवान कृष्ण के बैकुंठ वापस जाने के लिए हुई थी।
ऐसा होगा रूप
श्रीमद्भागवत की माने तो भगवान विष्णु का कल्कि अवतार 64 कलाओं से ओतप्रोत होगा। इस दौरान भगवान कल्कि सफेद घोड़े पर सवार होकर आएंगे। वह पापियों का नाश कर धरती पर फिर से धर्म की स्थापना करेंगे।