देश की आर्थिक राजधानी मुंबई से एक बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आया है. पुलिस की जांच के अनुसार मुंबई के एक फेरी वाले के पास करोड़ो रुपयों की संपत्ति होने का मामला दर्ज किया गया है. इतना ही नहीं, उस फेरी वाले के पास मुंबई में अपने 10 घर हैं, दो बड़ी महंगी-महंगी कारें हैं. इसके अलावा सोने-चांदी और जेवरात से उसकी तिजोरिया भरी हुई है.
सवाल अहम है कि इतना पैसा आखिर आया कहां से? एक साधारण से फेरी वाले के पास करोड़ों की संपत्ति किसी जायज ढंग से नहीं आ सकती. पुलिस की जांच में जो बातें निकल कर सामने आई है वह हैरान कर देने वाली है. पुलिसिया जांच में पता चला कि यह फेरीवाला उत्तर प्रदेश का रहने वाला है. यह अथाह धन सम्पदा उसने वसूली कर के कमाई है.

इसके पहले भी रेलवे पुलिस के द्वारा वसूली के आरोप में इस फेरी वाले को उसकी पत्नी समेत छह अन्य सहयोगियों के साथ पकड़ा गया था. अपराध नियंत्रण कानून के तहत इस पर कई धाराएं लगाई गई थी और इसकी संपत्ति को कुर्क भी कर लिया गया था. लेकिन उसके बाद भी उसका वसूली का अवैध धंधा लगातार जारी रहा. इस मामले पर पूरी जानकारी देते हुए पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस फेरी वाले का नाम संतोष कुमार सिंह है, जिसे लोग बबलू ठाकुर भी कहते हैं.

उत्तर प्रदेश का रहने वाला यह फेरी वाला मुंबई में करोड़ों की संपत्ति का मालिक है. मुंबई में इसकी दो महंगी कारें, एक मोटरसाइकिल, 10 घर तो है ही, इसके अलावा उत्तर प्रदेश में इसके पैतृक स्थान पर दो बड़े भूखंड, डेढ़ किलोग्राम सोना, दस लाख की बीमा पॉलिसी और बैंक के करीब 30 खाते
मौजूद है. इन खातों में नकद कैश शामिल है.

पुलिस के अनुसार यह फेरी वाला रेलवे स्टेशनों पर हॉकर्स से अवैध तरीके से पैसे वसूलने का काम करता है. कोई व्यक्ति अगर मना कर दे तो उसके साथ मारपीट की जाती है. कई बार उसपे जानलेवा हमले भी किए जाते हैं. मुंबई में इनका जाल छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल, भायखला और कुर्ला रेलवे स्टेशन पर कायम है. ठाणे शहर और कल्याण कस्बे में भी इनकी वसूली का धंधा चलता है.

खुद बबलू ठाकुर की पत्नी रीता सिंह के खिलाफ कई सारे मामले दर्ज है. अवैध तरीके से पैसे कमाने वाला धंधेबाज मुंबई में एक नवाबों की जिंदगी जीता है. हालांकि इस पर कई सारी धाराएं दर्ज है, लेकिन यह भारतीय संविधान और कानून व्यवस्था की कमजोरी है कि ऐसे अपराधी पैसे के दम पर कानून को ठेंगा दिखाते रहते हैं.