अंग्रेजी में एक कहावत है ‘डॉन्ट जज ए बुक बाय इट्स कवर’ मतलब किसी को उसके बाहरी रूप को देखकर जज मत करो। अब कर्नाटक के चिक्कसान्द्रा हुबली का यह मामला ही ले लीजिए। यहां रामनपाल्या का एक किसान केम्पेगौड़ा आरएल अपने दोस्त के साथ नई कार खरीदनेमहिंद्रा के शोरूम गया।
किसान ने बेहद सादे कपड़े पहन रखे थे। ये देख वहाँ के सेल्समेन को लगा कि ये बस टाइमपास करने आया है। हद तो तब हो गई जब सेल्समेन ने किसान को उसके कपड़ों को लेकर जलील किया। सेल्समेन ने कहा “जेब में 10 लाख रुपये तो दूर, 10 रुपये भी नहीं होंगे।”
सेल्समेन ने ये भी बोला कि यदि तू आधे घंटे में दस लाख ले आएगा तो मैं आज ही तेरी कर डिलीवर कर दूंगा। ये सुन किसान को गुस्सा आया। वह अपने दोस्त के साथ कुछ ही देर में 10 लाख रुपए ले आया। यह देख शोरूम वाले हैरान रह गए। किसान ने फिर सेल्समेन से वादे के मुताबिक आज ही
उसकी कार डिलीवर करने को कहा। हालांकि सेल्समेन बोला कि सिमेन कम से कम 3 दिन लगेंगे।

बस फिर क्या था किसान और सेल्समेन के बीच जमकर बहसबाजी हो गई। किसान ने पुलिस में सेल्समेन की शिकायत भी कर दी। वहीं उसके साथी किसान शोरूम के बार प्रदर्शन करने लगे। हालांकि पुलिस ने किसी तरह उन्हें समझाकर जाने को कहा। वहीं किसान इस बात पर अड़ा रहा कि सेल्समेन उसे लिखित में माफीनामा दें।