भारत में कई मंदिर हैं। हर मंदिर की अपनी एक खासियत और स्थापना की कहानी है। ऐसे में आज हम आपको हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में मौजूद नैना देवी मंदिर के दर्शन कराने जा रहे हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार माता सती के शरीर के अंग जहां जहां पर गिरे थे, वह स्थान शक्तिपीठ के रूप में लोकप्रिय हो गया। देशभर में 51 शक्तिपीठ हैं।
नैना देवी मंदिर में माता सती के नैन गिरे थे। इस मंदिर में लाखों की संख्या में भक्त आते जाते रहते हैं। शिवलिंग पर्वत श्रेणियों में मौजूद नैना देवी शक्तिपीठ की महिमा के गुणगान हर कोई करता है। कहते हैं कि यहां से कोई भी भक्त खाली हाथ नहीं जाता है। कहते हैं मां हर भक्त की मुराद पूर्ण करती है।

नवरात्रि में इस मंदिर में सबसे अधिक भीड़ देखने को मिलती है। खासकर चैत्र नवरात्रि, आश्विन नवरात्रि और सावन अष्टमी पर यहां भक्तों का तांता लगा रहता है। मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार दाएं तरफ भगवान गणेश जी और हनुमान जी की मूर्ति दिखाई देती है। वहीं गर्भ गृह में तीन मूर्तियां दाएं तरफ मां काली, बीच में नैना देवी और बाएं तरफ भगवान गणेश जी हैं।

मंदिर में कई शताब्दी पुराना पीपल का पेड़ भी है जिसकी भक्तजन पूजा करते हैं। मंदिर में और भी कई सुंदर एवं पवित्र स्थान है जिन्हें देख मन शांत हो जाता है। दिल को सुकून मिलता है।
