कृष्ण का किरदार निभाने वाले नीतीश भारद्वाज करना चाहते थे इस पात्र का किरदार, फिर हो गयी गड़बड़

हर घर में पूजे जाने वाले श्रीकृष्ण की भूमिका निभाने वाले नीतिश भारद्वाज के श्रीकृष्ण बनने का सफर भी बहुत ही अनोखा रहा। 80 और 90 के दशक में सबसे ज्यादा देखे जाने वाला सीरियल ‘महाभारत’ से श्रीकृष्ण की भूमिका में नजर आने वाले नितीश भारद्वाज कभी श्रीकृष्ण बनना ही नहीं चाहते थे। उन्होंने इस रोल के लिए साफ इंकार कर दिया था। महाभारत के कई किरदारों के ऑफर मिलने पर भी उन्होंने अपनी रजामंदी नहीं दी क्योंकि उन्होंने तो अभिमन्यु बनने की ठान रखी थी।



साल 1987 में बने बीआर चोपड़ा के सीरियल महाभारत  में श्रीकृष्ण के किरदार निभाने वाले नितीश भारद्वाज ने हर घर में अपनी पहचान बनाई। वह घर-घर में भगवान की तरफ पूजे जाने लगे। कुछ लोग तो उन्हें साक्षात श्रीकृष्ण ही समझ लिया। उनको इसके बाद लोगों का खूब प्यार मिला। मगर क्या आप जानते हैं नितीश भारद्वाज ने कभी श्रीकृष्ण बनने का सोचा ही नहीं था। हमको ऐसा लगता था कि यह किरदार सिर्फ अनुभवी कलाकार ही निभा सकता हैं। वह तो अभिमन्यु के किरदार के लिए मन बना चुके थे।



नितीश भारद्वाज का एक इंटरव्यू सामने आया है जिसमें उन्होंने महाभारत सीरियल के समय के कई राज खुले। इस इंटरव्यू में नितेश भारद्वाज ने बताया कि पहले मुझे विदुर का रोल मिला था। इसके लिए मुझे शूटिंग पर भी बुलाया गया। इस दौरान मैं मेकअप रूम में बैठा था। तभी विरेंद्र राजदान वहां आए और कहा कि वह विदुर का किरदार निभा रहे है। इसके बाद जब मैं डायरेक्टर रवि चोपड़ा से मिला। तो उन्होंने कहा कि तुम अभी 23 से 24 साल के ही हो विदुर कुछ एपिसोड बात बुढ़ा हो जाएगा तो इसमें ठीक नहीं लगोगे।



आगे नितेश बताते हैं कि इसके बाद उनको नकुल और सहदेव का रोल ऑफर किया गया। लेकिन उन्होंने इन दोनों ही किरदार के लिए मना कर दिया। इसके बाद नीतीश ने अभिमन्यु के किरदार के लिए कहा तो मेकर्स ने इस दौरान उन्हें मना कर दिया और कहा कि इस समय आने पर वे उनके किरदार के बारे में बता देंगे।



इंटरव्यू के दौरान नितीश भारद्वाज ने बताया कि मैं कोल्हापुर में अपनी दूसरी मराठी फीचर फिल्म की शूटिंग करा था। उस समय हम आउटडोर शूट के लिए जाते थे और हमें लैंडलाइन के जरिए संदेश भेजे जाते थे। और होटल में आने के बाद हमें मैसेज मिला करता था।  मुझे अपनी मां को कॉल करने के लिए कहा गया। मां ने बताया कि गोपी पटेल ने फोन करके श्रीकृष्ण का स्क्रीन टेस्ट देने के लिए बुलाया है। मैंने अपनी मां से इस रोल के लिए मना करने को कहा लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।



बता दें कि नितीश भारद्वाज कई दिनों तक श्रीकृष्ण के स्क्रीन टेस्ट देने से भागते रहे। इसी बीच उनकी मुलाकात बीआर चोपड़ा से हो गई और बीआर चोपड़ा ने जब एंट्री स्क्रीन टेस्ट न देने का कारण पूछा तो नितीश भारद्वाज ने कहा कि महाभारत में श्रीकृष्ण की भूमिका निभाने के लिए एक अनुभवी कलाकार होना चाहिए। इतना महान किरदार उनके जैसे नए लड़के को कैसे दिया जा सकता है। तब डायरेक्टर ने कहा कि तुम अच्छा रोल करना चाहते थे। इसलिए आओ और इसका स्क्रीन टेस्ट दो। उन्होंने आगे बताया कि बातों ही बातों में बीआर चोपड़ा ने मुझे स्क्रीन टेस्ट के लिए राजी कर लिया और फिर मैंने श्रीकृष्ण की भूमिका निभाई।



कहा जाता है कि श्रीकृष्ण के किरदार के लिए बीआर चोपड़ा ने करीब 55 कलाकारों का टेस्ट लिया था। लेकिन उन्हें इस भूमिका के लिए कोई पसंद नहीं आया। आखिरकार नितेश भारद्वाज को बुलाया गया। इसके बाद उनका स्क्रीन टेस्ट लिया गया और श्रीकृष्ण के किरदार में नितीश भारद्वाज को खूब पसंद किया गया। वहीं उनकी मनमोहक मुस्कुराहट ने दर्शकों का दिल जीत लिया। आज भी लोगों के दिल और दिमाग में उनकी श्रीकृष्ण की छवि मौजूद है।