छोटे बच्चे बड़े नाजुक होते हैं। इसलिए उनका 24 घंटे ध्यान रखना पड़ता है। खासकर वह कब क्या खा रहे हैं इस पर नजर रखना बेहद जरूरी है। आपकी एक लापरवाही से बच्चा बड़ी मुसीबत में पड़ सकता है। अब फरीदाबाद के पेंड्रा क्षेत्र के ग्राम धानी का यह मामला ही ले लीजिए। यहाँ 2 साल के गोपाल सिंह को बीते कुछ दिनों से खांसी चल रही थी।
माता पिता ने बच्चे का कई जगहों पर इलाज करवाया लेकिन उसे कोई फायदा नहीं हुआ। जल्द उसे तेज बुखार और सांस लेने में दिक्कत होने लगी। फिर पेरेंट्स उसे सिम्स अस्पताल ले गए। यहाँ डॉक्टर्स ने बच्चे का एक्सरे लिया और चेस्ट का सीटी स्कैन करवाया। लेकिन फिर भी बीमारी पकड़ में नहीं आई। फिर बच्चे का ब्रांकोस्कोप हुआ तो बीमारी की असली जड़ मिली।

दरअसल बच्चे की सांस की नली में मूंगफली का दाना अटका हुआ था। ये वहां बीते 3-4 दिनों से था। डॉक्टर्स ने दो घंटे की मशक्कत के बाड बड़ी मुश्किल से इस दाने को बच्चे की सांस नली से बाहर निकाला। हालांकि इस दौरान उसकी सांस नली में सूजन आ गई। वहीं फेफड़ों में भी समस्या होने लगी। अच्छी बात ये है कि इलाज के बाद बच्चे की हालत में सुधार हो रहा है।

इस घटना के बाद आप भी सीख लें और बच्चों के खाने पीने पर ध्यान दें। उन्हें अकेला नहीं छोड़ें। जमीन पर कोई फूड आइटम गिरा हो तो तुरंत उठा ले, वरना बच्चे इन्हें खा सकते हैं। बच्चों को मूंगफली या नट्स जैसी चीजें न दें। गले में कुछ फंस जाए तो उसकी पीठ पर हाथों से थपथपाएं या डॉक्टर को दिखाएं।