सपने में आते थे बाबा, हर बार कहते थे एक ही बात, उसके बाद ऐसा हुआ चमत्कार कि सब रह गए दंग..

हिन्दू सनातन धर्म में सपनो का अपना विशेष महत्त्व है. सपने शुभ और अशुभ होते हैं. सपने कई रहस्यों के सवाल भी होते हैं और जवाब भी. कभी कभी वही सपने कई रहस्यों को उजागर करते है. कहा जाता है कि जब कभी ऐसा कोई सपना आये जो आपसे कुछ कहनें की कोशिश कर रहा हो तो उसके अर्थ को समझने की कोशिश करनी चाहिए. उसके संकेतों को समझकर कई रहस्यों से परदे उठाये जा सकते हैं. आज वैसे ही एक सपने के बारे में बताते हैं , जिसने एक चमत्कार को जन्म दे दिया.



दरअसल यह घटना है छत्तीसगढ़ के रायगढ़ की. एक व्यक्ति को एक विचित्र सपना आता था. उसे लगातार कुछ दिनों तक एक ही तरह का सपना आ रहा था. उस सपने में एक बाबा आते थे. बाबा की वेशभूषा भी थोड़ी उस प्रकार की थी जैसे कोई दैवीय व्यक्ति हो. वह बाबा उसके सपने में आकर एक ही बात दुहराते थे. बाबा उस व्यक्ति से कहा करते थे कि जंगल में एक पेड़ के नीचे शिवलिंग दबा है.



यह पूरा मामला है छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले का. जहाँ के बरमकेला ब्लाक के कलगीटार गांव के पास स्थित जंगल में शिवलिंग होने की बात बाबा के द्वारा कही जा रही थी. उस व्यक्ति को जब हर रोज एक ही सपना आने लगा तो उसने यह बात अपने घरवालों को बताई. उसने इस बात की चर्चा गाँव के भी कुछ लोगों से की, लेकिन किसी ने भी इस बात का विश्वास नहीं किया.



कुछ दिनों पहले वह व्यक्ति अपने दीदी जीजा के घर आया हुआ था. अचानक फिर से उसके सपने में बाबा आने लगे. फिर से बाबा वही सब बाते आकर दुहराते जो पहले कहा करते थे. तब जाकर उस शक्स से रहा नही गया. उसने फैसला किया कि अब वह जंगलों में आजायेगा और बाबा के बताये गए स्थान पर शिवलिंग ढूंढेगा. जिसने भी सुना उसने उसकी इस बात का मजाक बनाया.

जिद पर अड़ा वह व्यक्ति देववन की तरफ निकला और जंगलों में उस स्थान पर पहुंचा जहाँ बाबा शिवलिंग होने की बात कहते थे. वहां उसने एक लाल झंडा लगा कर लौट आया. अगले दिन कुछ ग्रामीणों के साथ वह वहां गया और खुदाई शुरू की. कुछ समय के बाद जो हुआ उस चमत्कार को देख कर सारी दुनिया अचंभित रह गयी.



खुदाई के दौरान जमीन के अन्दर कुछ धातुनुमा होने का एहसास हुआ. जब और खुदाई की गयी तो जमीन के अन्दर से शिवलिंग निकले. वह बिलकुल वैसे ही थे जैसा बाबा सपने में कहा करते थे. इतना ही नहीं, शिवलिंग के साथ साथ 3 कलश, 3 त्रिशूल और 547 रुद्राक्ष भी निकले. इसके बाद ग्रामीणों में यह बात आग की तरह फैली और देखने वालो का ताँता लग गया. लोग जय शिव शंकर, जय भोलेनाथ और हर हर महादेव का जयकारा लगाने लगे.

उक्त स्थान का नाम बताने वाले युवक का नाम रामगोपाल चौहान है. वह सारगढ़ ब्लॉक के धुता ग्राम का निवासी है. धरती के गर्भ से भगवान मिलने के बाद लोगों ने वहाँ पोजा अर्चना शुरू कर दी है. दूर दूर से लोग भगवान् भोलेनाथ के दर्शन के लिए आने लगे है. यह अलौकिक चमत्कार आस पास के गाँवों में भी चर्चा का विषय बना हुआ है.