आम तौर पर कीड़ो कोई पसंद नहीं करता. लोग गालियों में इसका इस्तेमाल करते हैं कि “तुम्हें कीड़े पड़ेंगे.” लेकिन क्या आपको मालूम है कि कीड़ों की अभी अपनी हैसियत होती है. जी हाँ, और कुछ कीड़ों की हैसियत तो अच्छे अच्छे इंसानों से भी ज्यादा होती हैं. आज आपको हम आपको एक ऐसे कीड़े के बारे में बताने जा रहे है, जिसकी कीमत जानकार आप अगली बार किसी को कीड़े पड़ने की दुआ नहीं देंगे.
जी हाँ, हिमालय और हिमालय की गोद में बसा जम्मू कश्मीर ना सिर्फ आयुर्वेदिक औषधियों के बारे में जाना जाता है, बल्कि इसके चमत्कारी वनों में कई ऐसे जीव रहते हैं जो दुर्लभ प्रजाति के है और सृष्टि के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. कोरोना महामारी के इस वक़्त में ये कीड़े एक संजीवनी बूटी की तरह हैं, जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को रोगों से लड़ने के लिए सक्षम बना देते हैं.

इन कीड़ों के कई नाम हैं. कहीं कहीं इसे “कीड़ा जड़ी” के नाम से जाना जाता है. चीन में इसी कीड़े को “यार्सागुम्बा” कहा जाता है तो वही अंग्रेजी में इसका नाम “कैटरपिलर” है. इसके औषधीय गुणों कि वजह से इसका महत्व बहुत अधिक बढ़ जाता है. हालाँकि ये कीड़ें देखने में किसी सूखे हुए फल की तरह लगते हैं, लेकिन असल में ये कीड़े होते हैं. अब बात आती है कि इसको प्राप्त कैसे किया जाए?

इसका जवाब यही है कि इसको पाने के लिए जेब में पैसो का होना अतिआवश्यक है. जैसा कि हमने शुरू में ही बताया कि इसकी हैसियत साधारण इंसान से भी ज्यादा होती है. हिमालयन वियाग्रा के नाम से चर्चित इस एक कीड़े की कीमत एक हजार रूपये हैं. इसका इसका मतलब ये है कि अगर वजन के हिसाब से बात करे तो इस कीड़े के एक किलो की कीमत आठ से नौ लाख रूपये तक जाती है.
हालांकि यह दाम भी मंदी के कारण आई गिरावट की वजह से कम है. असल में इसकी कीमत विदेशो में सत्रह से अठारह लाख रूपये प्रति किलों होती है. यह एक बेहद दुर्लभ प्रजाति का कीड़ा है, जिसका कुल जीवनकाल छः महीनों का होता है. इसी अन्तराल के बाद इसकी उपयोगिता भी कम होने लगती है. कुछ ख़ास पौधों के रस के साथ ही यह कीड़ा पैदा होता है और मौसम बदलते ही मर जाता है.

हालाँकि इसका सामूहिक संग्रह गैरकानूनी है. इसके व्यापार को भी प्रतिबंधित किया गया है. इस कीड़े को इकठ्ठा करने लिए लोग पहाड़ों पर जाते हैं और वही इसका संग्रह करते हैं. टेंट लगा कर वह थोडा बहुत कीड़ा इकठ्ठा कर के वापस लौट आते हैं. अनाजों की तरह इसका भण्डारण गैर कानूनी है.