यूक्रेन और रूस के मध्य इस समय युद्ध के हालत बन गए हैं। इस बीच यूक्रेन के खारकिव में फंसे भारतीय छात्र ने वहाँ के हालात मीडिया से शेयर किए हैं। उन्होंने कहा कि यूक्रेन समय के अनुसार सुबह 5:00 बजे बम गिरा था। इससे पूरा शहर कांप उठा। हम सभी डरे हुए हैं। शहर में रशियन सेना और टैंक आने लगे हैं। राशन की भी कमी हो गई है। दुकानों पर लंबी कटार है।
भारतीय राजदूत कह रहे हैं कि हवाई क्षेत्र बंद है। रेलवे पर भी प्रेशर बढ़ रहा है। सड़कों पर तो भयंकर जाम लगा हुआ है। छात्रों का कहना है कि भारत एम्बेसी की ओर से हमे कोई हेल्प नहीं मिल रही है। यहां कोई अपनी बिल्डिंग छिपा है तो कोई अंडरग्राउंड मेट्रो के अंदर दुबक के बैठा है।
बंकर्स खुले हैं। एयरपोर्ट व एयरबेस पर बम गिराए जा रहे हैं। सब नष्ट कर दिया है। एम्बेसी फोन तक नहीं उठा रही है। बच्चे लगातार कॉल कर रहे हैं, लेकिन उनका कोई जवाब नहीं आ रहा है। अन्य देश अपने नागरिकों को बचाकर निकाल ले गए, लेकिन हम भारतीय अभी भी यहां फंसे हैं।
छात्रों ने आगे बताया आज सुबह कीव से लोग इंडियन फ्लाइट लेने लोग गए थे, हालांकि बमबारी के चलते फ्लाइट लौट गई। अब विशाल संख्या में भारतीय लोग कीव में फंसे हैं। भारत की तरफ से आई फ्लाइट कि टिकट की कीमत भी बेहद महंगी है।
छात्रों ने आगे कहा हम डरे और घबराए हुए हैं। कुछ समझ नहीं आ रहा कि अपने घर कैसे लौटें। हमारी भारतीय सरकार से अपील है कि हमें चार्टेड फ्लाइट भेजने की बजाय अपनी तरफ से एवेकुएशन कराए।
यूक्रेन में फंसे भारतीयों का छलका दर्द, बोले- अंडरग्राउंड मेट्रो-बंकर्स में छिपकर बचा रहे जान
