लता मंगेशकर को जहर देकर हुई थी मारने की साजिश, कई दिनों हरी उल्टियां करती रही स्वर कोकिला

लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) इस समय कोरोना पॉजिटिव होने की वजह से मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पलात के आईसीयू वार्ड में एडमिट हैं। डॉक्टर्स लगातार उनकी हेल्थ मॉनिटर कर रहे हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि स्वर कोकिला लता मंगेशकर बरसों पहले भी मरते-मरते बची थी। तब वह बीमार नहीं थी, बल्कि किसी ने उन्हें स्लो प्वॉइजन यानि धीमा जहर देकर मारने की साजिश रची थी।



लता जी करीब 32-33 साल की थी। एक दिन उन्हें अचानक पेट में जोरों का दर्द हुआ। फिर वह धड़ाधड़ उल्टियां करने लगी। पहले तो उन्हें लगा कि ये सामान्य उल्टियां हैं। लेकिन फिर उन्हें अपनी उल्टी में हरे रंग की चीज दिखी। इस उल्टी ने उनका चलना फिरना भी मुश्किल कर दिया था।



जब हालत बिगड़ी तो डॉक्टर से चेकअप करवाया। इस दौरान वह दस दिन तक हॉस्पिटल में रहीं। लगा कि उनका बचना अब मुश्किल है, लेकिन फैंस की दुआओं से वह फिर ठीक हो गई। हालांकि जब डॉक्टर ने लता जी को उल्टियों की असली वजह बताई तो पूरी दुनिया हैरान रह गई। उन्होंने बताया कि आपका धीमा जहर दिया गया था।



दरअसल ये घिनौना काम लता मंगेशकर का रसोईया कर रहा था। जहर वाली बात का खुलासा होते ही वह बिना सैलरी लिए फरार हो गया था। हैरत की बात ये थी कि ये कुक लता जी से पहले बॉलीवुड के कुछ और लोगों के घर भी काम कर चुका था। मतलब इंडस्ट्री का ही कोई बंदा था जो नहीं चाहता था कि लता जी और उनकी आवाज जिंदा रहे।



इस घटना के बाद लता जी तीन महीने कंप्लीट बेड रेस्ट पर रहीं। सभी को लगा अब वे गाना नहीं गा पाएंगी। हालांकि लता जी की स्ट्रॉन्ग विल पॉवर ने उन्हें फिर से ठीक कर दिया। उन्होंने फिर और ढेरों गाने गए। हालांकि ये पता नहीं लग सका कि किस ने लता जी को जहर देकर मारने की साजिश रची थी। ये आज भी पहेली है।