इस कारण कैलाश पर्वत पर आज तक कोई भी चढ़ाई नहीं कर सका, वजह हैरान कर देगी

कैलाश पर्वत (Kailash Mountain) को भगवान शिव (Lord Shiva) का निवास स्थल माना जाता है। इस पर्वत से जुड़ी एक दिलचस्प बात ये है कि आज तक कोई भी इसकी चढ़ाई नहीं कर सका है। लोग दुनिया के सबसे ऊंचे पर्वत माउंट एवरेस्ट (ऊंचाई 8848 मीटर ) पर चढ़ाई कर चुके हैं, लेकिन उससे कम ऊंचे कैलाश पर्वत (ऊंचाई 6638 मीटर ) पर चढ़ने में फेल हो जाते हैं।



कैलाश पर्वत पर जिसने भी चढ़ने की कोशिश की या तो वह मौत के मुंह में समा गया या फिर फैल होकर वापस घर आ गया। कहते हैं कि पौराणिक समाए में कई बार असुरों और नकारात्मक शक्तियों ने भी कैलाश पर्वत पर चढ़ाई कर शिवजी से उसे छीनने का प्रयास किया लेकिन वह फेल हो गए।



दरअसल कैलाश पर्वत पर चढ़ाई कई कारणों से लगभग असंभव है। इसका आकार त्रिकोण जैसा है जो कि हमेशा बर्फ से ढका रहता है। चट्टानें एकदम खड़ी हैं। यह जगह सबसे अधिक रेडियोएक्टिव भी है। इन सभी चीजों के चलते इस पर चढ़ना मतलब मौत को दावत देना है।



माउंट एवरेस्ट पर रास्ता ठीक-ठाक है जिसके चलते तकनीकी रूप से उस पर चढ़ा जा सकता है। लेकिन कैलाश पर्वत पर खड़ी चट्टानें और हिमखंड होने के चलते तकनीकी रूप से इस पर चढ़ना संभव भी नहीं है।



कहते हैं कि महात्मा बुद्ध कैलाश पर्वत की चोटी पर ही रहते हैं। वहीं जैन धर्म के अनुयायी मानते हैं कि सबसे पहले तीर्थंकर ऋषभनाथ को कैलाश पर्वत पर ही ज्ञान मिला था।